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संतोष यादव
प्रयागराज के नैनी जंक्शन पर लंगूरों के कट आउट और पोस्टरों को स्थापित किया गया है। अभी तक तो यह सुनने में आता था कि रेलवे विभाग में चूहों की भारी भरमार रहा करती है। छोटे से लेकर बड़े-बड़े चूहे रेलवे संपत्ति को नुकसान हमेशा पहुंचाते चले आ रहे हैं। उससे निजात पाने के लिए संबंधित विभाग भारी भरकम बजट भी खर्च करती है, लेकिन यह पहली बार है कि नैनी जंक्शन जो महाकुंभ मेला क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण स्टेशनों में एक है। सुरक्षा व्यवस्था को लिए संबंधित विभाग भारी भरकम सुरक्षा कर्मियों फौज अत्याधुनिक उपकरणों से लैस तैनात हैं। वहीं दूसरी ओर नैनी जंक्शन पर बीते कई वर्षों से बंदरों की फौज काफी अत्यधिक संख्या में विचरण करते चले आ रहे हैं।
जिससे रेलवे स्टेशनों पर स्थापित इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों सहित अन्य सामग्रियों को वह हमेशा नुकसान करते चले आ रहे हैं। बंदरों की आवाजाही व उथल-पुथल से भी टीन शेड आदि सामग्रियों पर भी खतरा मंडराता रहता है। इतना ही नहीं यात्री यदि कोई खाने पीने की सामग्री हाथ में लिए हैं तो वह झपट्टा मारकर लेकर फरार हो जाते हैं। बहुत बार इन बंदरों से निजात पाने के लिए संबंधित विभाग प्रयास किए, लेकिन सफलता पूरी तरह से नहीं मिल पा रही है। इसी कड़ी में अब एक अनोखे प्रयोग संबंधित विभाग की ओर से किया गया है। यानी की प्रयागराज जिले के महत्वपूर्ण नैनी जंक्शन पर रेलवे संपत्ति की सुरक्षा और साथ ही बंदरों से निजात पाने के लिए कई स्थानों पर अब 'लंगूरों' के पोस्टर व कट आउट लगाया गया है। जब से 'लंगूरों' के पोस्टर और कट आउट नैनी जंक्शन परिसर व आसपास में स्थापित किए गए हैं। काफी हद तक बंदरों से निजात भी मिलना शुरू हो गया है, लेकिन बंदर भी बड़े चालाक और शरारती है। वह जब एक बार कट आउट को पास आकर देखते हैं और जब उन्हें यह ज्ञात हो जाता है कि यह तो बहरूपिया यानी की कट आउट व पोस्टर है तो वह उसे भी तोड़फोड़ देते हैं। हालांकि नैनी जंक्शन पर लंगूरों के पोस्टर व कट आउट लगने से कुछ हद तक बंदरों से निजात मिलना भी प्रारंभ हो गया है। नैनी जंक्शन पर आने व जाने वाले यात्री व आसपास के रहने वाले लोग स्टेशन परिसर में लंगूरों का कट आउट व पोस्टर स्थापित देखते हैं तो वह भी यह जानने के लिए प्रयास करते हैं कि आखिरकार स्टेशन पर लंगूर के कट आउट व पोस्टर क्यों लगाए गए हैं। यह चर्चा का केंद्र भी बना रहता है। जब उन्हें पता चलता है कि रेलवे की संपत्ति की सुरक्षा और बंदरों से निजात पाने के लिए यह सब प्रयोग किया गया है तो यह चर्चा का विषय बन जाता है। इस संबंध में नैनी जंक्शन एसएस विश्वजीत कुमार ने बताया कि स्टेशन परिसर में लंगूरों के कट आउट लगाए गए हैं। जो कुछ हद तक बंदरों से निजात के लिए कामयाबी मिल रही है। यह कितने दिन तक कामयाब रहेगी। यह कुछ कह पाना जल्दबाजी है। कट आउट के पास जब बड़े बंदर पहुंचते हैं तो जब उन्हें एहसास होता है कि यह कट आउट है तो उसे तोड़फोड़ कर फरार हो जाते हैं। हालांकि नैनी जंक्शन पर लंगूरों के पोस्टर और कट आउट लगने से लोगों की निगाह जब वहां पर पहुंचती है तो लोग वहां पर जाकर सेल्फी आदि भी अपने मोबाइल कैमरे में कैद करते रहते हैं।